आखिर कब हैं दिवाली: इस दिवाली के दिन-तारीख को लेकर लोग चिंतित हैं कि किस दिन मनाया जाए दिवाली। कई लोग का मानना है कि 31 अक्टूबर को तो कोई 1 नवंबर को बता रहे हैं।
देशभर में प्रकाश पर्व दीपावली की तैयारियां पूरे उत्साह और उमंग के साथ जारी हैं। इस बार दीपावली की तारीख को लेकर देशभर में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को दीपावली मनाए जाने का विधान है।
किस दिन मनाई जायेगी दिवाली?
कुछ लोगों का मानना है कि छुट्टी 31 अक्टूबर को है, इसलिए पर्व भी उसी दिन मनाया जाएगा। आचार्य आशीष शास्त्री ने बताया कि दिवाली कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाई जाती है, जो 31 अक्टूबर को दोपहर 3:52 बजे से शुरू होगी। दिवाली पर लक्ष्मी पूजन संध्या काल में किया जाता है। एक नवंबर को अमावस्या सुबह सवा छह बजे तक ही है, इसलिए इसके बाद लक्ष्मी पूजन नहीं किया जा सकता। यही कारण है कि दिवाली 31 अक्टूबर को मनाना शुभ है।
दीवाली मनाने के लिए आवश्यक सामग्रियाँ:
1. दीये और अगरबत्ती: घर को रोशन करने के लिए।
2. रंगोली के लिए रंग: रंग, चावल, या फूल की पंखुड़ियाँ।
3. पूजा सामग्री: – गणेश और लक्ष्मी जी की मूर्ति या चित्र – पूजा थाली (दीया, फूल, नैवेद्य, आरती की थाली) – कुमकुम, अक्षत (चावल), और पानी
4. मिठाई: लड्डू, बर्फी, चकली, आदि।
5. पटाखे: दिवाली पर जलाने के लिए।
6. नए वस्त्र: नए कपड़े पहनने की परंपरा।
7. घर की सजावट: फूल, तोरण, और सजावटी सामान।इन सामग्रियों के साथ दीवाली को धूमधाम से मनाया जाता है।
दिवाली पर घर में साफ सफाई :
1. सफाई की योजना बनाएं: सबसे पहले एक चेकलिस्ट तैयार करें कि किन-किन जगहों को साफ करना है, जैसे कि कमरे, बाथरूम, किचन आदि।
2. गहरी सफाई: फर्श, दीवारें और खिड़कियाँ अच्छी तरह से साफ करें। धूल और गंदगी को हटाने के लिए वैक्यूम क्लीनर का उपयोग करें।
3. उपकरणों की सफाई: किचन के उपकरण, बर्तन और खाने की चीजें भी अच्छे से धोकर रखें।
4. कचरा हटाएं: बेकार सामान और कचरे को निकालें। ये न केवल जगह घेरते हैं, बल्कि घर की ऊर्जा को भी प्रभावित करते हैं।
5. सजावट: सफाई के बाद घर को सुंदर तरीके से सजाएं। दीयों, रंगोली और फूलों से घर की शोभा बढ़ाएं।
6. पूजन स्थान की सफाई: देवी-देवताओं के स्थान को विशेष ध्यान से साफ करें और नए फूल या दीपक लगाएं।इस सफाई से न केवल आपका घर स्वच्छ होगा, बल्कि त्योहार की खुशी भी बढ़ेगी।